रुद्रपुर के गांधी मैदान में बंगाली समाज के युवाओं के द्वारा राज्यव्यापी बंगाली सम्मेलन का आयोजन किया। बंगाली समाज के सभी वक्ताओं ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्य एवं केंद्र सरकार से अपनी तीन सूत्री मांग को दोहराते हुए कहां है कि बंगाली समाज को उत्तराखंड में अनुसूचित जाति का पूर्ण दर्जा दिया जाए एवं बंगाली समाज के बच्चों को शिक्षण संस्थानों में बांग्ला भाषा अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाए और बंगाली समाज को मिलने वाले छात्रवृत्ति जो अब नहीं मिल रही है उसको पुनः चालू किया जाए। इस दौरान बंगाली समाज के नेताओं ने कहा है कि भारत के सात राज्यों में अनुसूचित जाति का पूर्ण दर्ज बंगाली समाज को मिल रही है परंतु बड़े दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है की उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में बंगाली समाज को अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र मिल रही है पर केवल छात्रवृत्ति के लिए जिस पर छात्रवृत्ति वर्तमान में बंगाली समाज के बच्चों को राज्य सरकार के द्वारा नहीं दिया जा रहा है। इस दौरान बंगाली समाज के नेताओं ने कहा है कि आज एक सम्मेलन के माध्यम से अपनी मांगों को लेकर लड़ाई की शुरुआत हो चुकी है अब हमारे युवा अंतिम दौर तक इस लड़ाई को जारी रखेंगे जब तक की हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती।

