एक दिन पहले निकाली गई थी कलश यात्रा
रूद्रपुर। गंगापुर रोड शैल सांस्कृतिक समिति(शैल परिषद) प्रांगण में न्याय के देवता श्री गोलू देवता के नव निर्मित मंदिर में मूर्ति स्थापना एवं प्राण प्रतिष्ठा समारोह के तीन दिवसीय कार्यक्रम के प्रथम दिवस उत्तराखंड के पारंपरिक वेशभूषा में विभिन्न क्षेत्रें से आयी मातृशक्ति ने कलश यात्र निकाली। कलश यात्र में तीनों देव ब्रह्मा, विष्णु और महेश के साथ-साथ 33 कोटि देवी देवता स्वयं कलश में विराजमान होते हैं। कलश को धारण करने वाले जहां से भी भ्रमण करते हैं वहीं की धरा स्वयं सिद्ध होती जाती है।कलश यात्र गोलू मंदिर से दक्ष कॉलोनी परिसर में स्थित मंदिर तत्पश्चात वापस गोलू मंदिर तक निकाली गई। साथ ही रथ में सवार गोलू महाराज, गणेश जी, सरस्वती माता, दुर्गा माता और द्वारपाल कलुआ महाराज की मूर्ति के साथ शोभायात्र नगर के विभिन्न क्षेत्रें में निकाली गई।शोभा यात्र के पश्चात सभी मूर्तियों का विधि विधान से जलाधिवास, अन्नाधिवास, पुष्पाधिवास, फलाधिवास उपस्थित ज्योतिषाचार्य श्री प्रदीप नैनवाल द्वारा मंत्रेजाप साथ कराया गया। बुधवार को ज्योतिषाचार्याे द्वारा विधिविधान से न्याय के देवता श्री गोलू देवता की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई। यात्र में मुख्य रूप से श्री गोलू देवता के भक्त कमल जीना, परिषद के अध्यक्ष गोपाल पटवाल, महामंत्री एड- दिवाकर पांडे, सुरेश परिहार, गणेश जोशी, गोपाल मेलकानी,चंद्र बल्लभ नैनवाल,गिरीश चंद्र जोशी, दिक्षित दुर्गापाल, लीला दनाई, विनीत पांडे,सुनीता पांडे, नीलम कांडपाल,सरिता उपाध्याय, दीपा मटेला, किरण बोरा, शोभा मिश्रा, सुधा जोशी, सुधा पटवाल, भावना बलोदी, कुमकुम उपाध्याय आदि उपस्थित थे।