आरोपी रानीखेत में सिंचाई विभाग में मुख्य प्रशासनिक अधिकारी पद पर कार्यरत हैं
रूद्रपुर। एक पत्नी के जीवित रहते धोखे से दूसरी शादी कर लेने का मामला सामने आया है। पीड़िता ने पति के व्यवहार पर संदेह होने के बाद सूचना के अधिकार के तहत सूचना मांगनेे पर पति की दूसरी शादी होने व दो बच्चों का नाम समेत सभी दस्तावेजों में दर्ज होने का खुलासा हुआ। पीड़िता की शिकायत पर एसएसपी के निर्देश पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पीड़िता का कहन है कि उसका विवाह 16 मई 1997 को आकाश सिंह पुत्र मुन्ना सिंह चौहान निवासी ग्राम पोस्ट पिलुवा तहसील जलालाबाद जिला शाहजहांपुर हाल कार्यरत मुख्य प्रशासनिक अधिकारी सिंचाई विभाग रानीखेत जिला अल्मोड़ा के साथ हुआ था। विवाह के लगभग दो माह बाद ही पति को नलकूप खंड हल्द्वानी में नौकरी मिल गई। जिस कारण पति व उसके घरवाले और अधिक दहेज की मांग व मारपीट करने लगे। 4 अगस्त 1999 को पुत्र तथा 29 जून को 2002 पुत्री को जन्म दिया । पति का हल्द्वानी से रुद्रपुर स्थानान्तारण होने पर वह उसे और बच्चों को अपने साथ रुद्रपुर सरकारी आवास में ले आया।बच्चों का स्कूल में दाखिला करा दिया। पीड़िता का कहना है कि उसकी बहन की शादी होने पर पति और उसके परिजन अतिरिक्त दहेज की मांग करने लगे। जिस पर उसने कोर्ट सीतापुर में बाद दर्ज कराया। 16 जुलाई 2010 को सुलहनामा होने पर वाद निरस्त कर दिया गया । पति धीरे धीरे महीने, और साल भर में आने लगा तथा उसको 3000 रुपया प्रतिमाह भेजता रहा। किन्तु बच्चों की फीस नहीं दी, जिस कारण पुत्र अक्षय सिंह 10वी से आगे की पढाई नहीं कर पाया और घर खर्च के लिए काम करने उसको रुद्रपुर में किराये के मकान में रहना पडा। उसे अपने पति आकाश सिंह के दूसरे विवाह की जानकारी हुई जिसकी पुष्टि के लिए उसने सूचना के अधिकार के अंतर्गत अपने पति की सर्विस बुक की सत्यापित प्रति मांगी। जिसमें पति ने अपनी पत्नी आरती व बच्चे अक्षय सिंह व अक्षिता सिंह के नाम की जगह किसी दूसरी स्त्री अंजू व अन्य बच्चे अपूर्वा और अक्षाशं का नाम दर्ज कराया हुआ है। अंजू आशा कार्यकर्ती हैउसके सभी कागजात अंजू पत्नी आकाश सिंह निवासी ग्राम पोस्ट पिलुवा तहसील के नाम से बने हैं। आरोप है कि आकाश सिंह के परिवार रजिस्टर की ऑनलाइन नकल से पता चला कि आकाश सिंह ने अपने परिवार रजिस्टर में तक उसका व उसके व बच्चों का नाम दर्ज नहीं कराया है बल्कि अंजू व् उसके बच्चों का नाम दर्ज कराया हुआ है। पीड़िता का आरोप है पति आकाश सिंह ने उसको धोखे में रखकर उसके जीवित रहते, बिना विवाह विच्छेद के दूसरा विवाह कर लिया। पुलिस ने मामले की रपट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।