विवेचना अधिकारी समेत कई अन्य पुलिस अधिकारियों ने की पूछताछ, मोबाइल में पोर्न दिखाने की पुष्टि हुई
रुद्रपुर। पुलिस ने मौलवी को कोर्ट से पुलिस कस्टडी मिलने पर पूछताछ की। इसके बाद मौलवी को गांव लेकर पहुंची ने उसकी निशानदेही पर मोबाइल बरामद किया। पुलिस की जांच में बालिकाओं को मोबाइल में अश्लील वीडियो दिखाने की पुष्टि हुई। मलसी गांव में जहानाबाद, पीलीभीत निवासी शब्बीर रजा को मस्जिद में मौलवी के पद पर नियुक्त किया गया था। शब्बीर रजा ने मस्जिद में ही एक कमरे के अंदर अस्थाई मदरसा बना रखा था। पुलिस के मुताबिक मदरसे में वह गांव के बच्चों को दिनी तालीम “ऊर्दू” पढाया करता था। पिछले दिनों गांव की ही महिला ने आरोप लगाया था कि उसकी आठ वर्ष की पुत्री भी अन्य बच्चों के साथ मदरसे में पढ़ती थी। पुत्री को गुमसुम देखकर जब उसने पूछताछ की तो उसने बताया कि मदरसे में मौलवी पढ़ाई के समय तथा छुट्टी के बाद चार मासूम बच्चियों को अपने कमरे के अंदर ले जाता था। वह अपने मोबाइल में गंदी-गंदी वीडियो दिखाकर गंदी हरकत करता था। इस पर पुलिस ने आरोपी मौलवी पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। एसपी सिटी मनोज कुमार कत्याल ने बताया कि शनिवार को मौलवी की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए पुलिस ने कोर्ट में आवेदन किया था। कोर्ट से कस्टडी रिमांड मिलने के बाद रविवार सुबह पुलिस ने मौलवी को हल्द्वानी जेल में रिमांड पर लिया। उन्होंने बताया कि उससे रुद्रपुर में महिला विवेचक दीपा अधिकारी के साथ ही दिनेशपुर थानाध्यक्ष नंदन सिंह रावत और बगवाड़ा चौकी प्रभारी जितेंद्र ने मौलवी से पूछताछ की।
एसपी सिटी ने बताया कि मौलवी को घटना स्थल गांव में पुलिस लेकर पहुंची और मोबाइल बरामद उसकी निशानदेही पर बरामद हुआ। उन्होंने बताया कि मोबाइल के अंदर ब्राउजिंग हिस्ट्री में बहुत अधिक संख्या में पोर्न वीडियो मिले। जिसका जिक्र नाबालिग बच्चियों द्वारा दिखाया जाना बताया गया था, जिसकी पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि बरामद मोबाइल फोन को फोरेंसिक जांच हेतु भिजवाया जा रहा है। फोन में अश्लील वीडियो दिखाए जाने से संबंधित वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्य एकत्रित किए गए।