

नामांकन के अंतिम दिन विमला ने कराया ग्रामीणों के साथ नामांकन
रुद्रपुर। व्यास घाटी गूंजी की निवासी पूर्व आईपीएस अधिकारी विमला गुंज्याल आईजी विजिलेंस उत्तराखंड समेत उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग के विभिन्न पदों पर 35 वर्ष कार्य करने के बाद ग्रामीणों के आग्रह पर शनिवार को ग्रामीणों के साथ ग्राम सभा गूंजी के प्रधान पद के लिए नामांकन कराया। पूर्व में पांच ग्रामीणों ने भी प्रधान पद के लिए नामांकन पत्र खरीदे गए थे।गुरुवार रात विमला गुंज्याल के धारचूला पहुंचने के बाद शुक्रवार को गूंजी मिलन केंद्र में ग्रामीणों की बड़ी बैठक हुई। बैठक में आपसी सहमति के बाद अन्य दावेदारों ने नामांकन नहीं करने का निर्णय लिया। नामांकन के अंतिम दिन शनिवार को किसी भी अन्य ग्रामीण ने अपना नामांकन नहीं कराया।जिसके बार पूर्व आईपीएस का निर्विरोध प्रधान बनना तय हो गया है।
शनिवार को उन्होंने अपने निवास स्थान पर मीडिया से वार्ता करते हुए बताया को गांव का योजनाबद्ध तरीके से दूरदर्शिता को ध्यान में रखते विकास की योजना पर काम किया जाएगा। उन्होंने समस्त ग्रामीण का आभार भी व्यक्त किया।
सरपंच लक्ष्मी गुंज्याल,हरीश गुंज्याल ने बताया कि गांव में आजादी के बाद पहली बार निर्विरोध प्रधान का निर्वाचन तय है। कल्याण संस्था के अध्यक्ष प्रकाश गुंज्याल,पूर्व प्रधान अर्चना गुंज्याल ने कहा कि पूर्व आईपीएस ने ग्रामीणों के आग्रह को स्वीकार करते हुए बड़ा निर्णय लिया गया है। जिससे ग्रामीणों में खुशी की लहर व्याप्त है। उनके कार्यकाल के दौरान 35 वर्षों में उनकी छवि बेदाग रही है। जिस तरह ईमानदारी से उन्होंने प्रदेश की सेवा की है।अब वह गांव की सेवा करेंगी।
इस दौरान पूर्व प्रधान सुरेश गुंज्याल, जस्मा गुंज्याल,सभासद संगीता गुंज्याल,हीरा गुंज्याल,करुणा,कुलभूषण,बलवंत,तेज सिंह गुंज्याल आदि मौजूद रहे।
35 वर्षों का सफर रहा शानदार और बेदाग
उन्होंने अपने जीवन के सफर में वर्ष 1987 में मास्टर्स के बाद पीपीएस की परीक्षा पास कर डीएसपी बनी। उनके सराहनीय कार्यों को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार ने 2004 में उनको आईपीएस अधिकारी के तौर पर नियुक्ति दी थी।उन्होंने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर अपनी सेवाएं दी। 2025 में आईजी विजिलेंस विभाग से सेवानिवृत हुई।
2019 में सराहनीय कार्यों के लिए उन्हें राष्ट्रपति द्वारा पुलिस पदक से भी सम्मानित किया गया।
ग्रामीणों के मुताबिक उनके पति अशोक गुंज्याल डिप्टी डायरेक्टर खादी ग्राम आयोग से सेवानिवृत हुए। उनकी पुत्री अर्पिता गुंज्याल सेलाल वकील, दूसरी पुत्री इंजीनियरिंग के बाद अपना व्यक्तिगत व्यवसाय कर रही है। पुत्र शिवांग गुंज्याल डॉक्टर है।